ट्रेनिंग के नाम पर शिक्षकों के गले में भाजपा का बिल्ला
डालना चाहते हैं शिवराज: कमलनाथ
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कांग्रेस सरकार में शुरू की गई भर्ती प्रक्रिया का
ढोल बजा रहे हैं शिवराज: कमलनाथ
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राजनैतिक इवैंट के नाम पर भाजपा की रैली कर जनता की
गाढ़ी कमाई को बर्बाद कर रही है सरकार
भोपाल
प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय युवाओं को रोजगार देने और प्रदेश में शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के लिए शिक्षकों की चयन परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के माध्यम से करीब 30 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू की गई। लेकिन कांग्रेस सरकार गिरने के शिवराज सिंह चौहान सरकार ने पिछले दो साल में सभी चयनित शिक्षकों को नियुक्ति तक नहीं दी, हजारों शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किये, लाठी खाई, बारिश में बैठे रहे, पर सरकार ने नियुक्ति नहीं दी और अब जो शिक्षक नौकरी कर रहे हैं उन्हें प्रशिक्षण के नाम पर भोपाल बुलाकर नाटक, नौटंकी और इवेंट किया रहा है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में 30 लाख से अधिक पंजीकृत बेरोजगार हैं। ऐसे में शिवराज सरकार नए रोजगार सृजन करने और नई नौकरियां देने के बजाय पुरानी नौकरियों में कटौती करके प्रशिक्षण के नाम पर राजनीतिक इवेंट कर युवाओं को गुमराह कर रही ही है। उन्होंने कहा कि इसी परीक्षा में जो अन्य हजारों अभ्यर्थी चयनित हो गए हैं, उनकी दूसरी सूची सरकार क्यों जारी नहीं कर रही है। जबकि यह सच्चाई है कि शिक्षा विभाग में 50 हजार से अधिक पद खाली हैं।
श्री कमलनाथ ने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि जिन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र लेने के लिये बुलाया गया है, उनके ऊपर यह पाबंदी लगाई गई है कि वह ना तो किसी निजी वाहन से आ सकते हैं ना ही ट्रेन या अन्य वाहन से सभा स्थल पर आ सकते हैं। उन सभी को सरकार के द्वारा तय की गई बसों/ वाहन में बैठकर ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना है। यहां तक कि छोटे-छोटे बच्चों की माताओं और गर्भवती महिलाओं तक को इससे छूट नहीं दी गई है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि शिक्षकों को ट्रेनिंग के नाम पर भोपाल के जंबूरी मैदान में भारतीय जनता पार्टी की अघोषित रैली में बुलाया जा रहा है। मैं यह जानना चाहता हूं कि माननीय मुख्यमंत्री ने शिक्षण और प्रशिक्षण के मामले में ऐसी कौन सी डिग्री हासिल की है जिसके आधार पर वह खुद ‘मुख्य प्रशिक्षक’ की तरह कार्यक्रम में मौजूद होने वाले हैं और दुनिया में शिक्षकों के प्रशिक्षण का ऐसा कौन सा माड्यूल डिजाइन कर लिया गया है, जिसके तहत एक साथ 18 हजार शिक्षकों को मैदान में खड़े होकर मंच से पढ़ाने की ट्रेनिंग दे दी जाएगी। यह इवेंट सरकार द्वारा आम जनता द्वारा भरे टैक्स का खुला दुरुपयोग है, प्रशिक्षण की राशि का दुरुपयोग है और प्रदेश के छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी उन शिक्षकों का अपमान कर रही है जिन्होंने अपनी योग्यता के आधार पर नौकरी हासिल की है और भाजपा उन्हें अपने कार्यकर्ता की तरह दीक्षित करने की कोशिश कर रही है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस सरकार केदौरान ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण के माध्यम से शिक्षकों की भर्ती की जानी थी, लेकिन शिवराज सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग को धोखा देते हुए ओबीसी शिक्षकों को नियुक्ति देने से इनकार कर दिया है। इसी तरह कुछ अन्य विषय के चयनित शिक्षक भी लंबे समय से भोपाल में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें भी अब तक नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए हैं।
बेरोजगारी से युवा परेशान है, पीएससी से चयन बंद है, इंदौर में युवाओं ने प्रदर्शन किया, सब इंस्पेक्टर, पटवारी, वन आरक्षक जैसे पदों पर भर्ती नहीं हो रही है, बेकलॉग के लाखों पद खाली है, युवा परेशान है, और सरकार इवेंट का आयोजन कर रही है।
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आग्रह किया है कि वह एक्टिंग करने की राजनीति छोड़ दें और जनहित के मुद्दों पर काम करें। प्रदेश के नौजवानों को नौकरी और रोजगार की आवश्यकता है। अगर सरकार नई नौकरी नहीं दे सकती है तो कम से कम उन लोगों को तो तुरंत नौकरी दे दे जो परीक्षा में पास करके इसके लिए चयनित हो चुके हैं। मुख्यमंत्री जनता से टैक्स में वसूली राशि का दुरुपयोग बंद करे
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