*भागवत धर्म की 30 दिवसीय रथयात्रा में संत शिरोमणि नामदेव जी महाराज की चरण पादुका का इन्दौर (मध्यप्रदेश)में पूजन-अर्चन
ईंदोर/ भोपाल, म.प्र.
संत शिरोमणि नामदेव जी महाराज की 752 वीं जयंती देवप्रबोधिनी एकादशी को उनके जन्मस्थल पंढरपुर(महाराष्ट्र) से साईकिल यात्रा प्रारंभ होकर संजीवनी समाधी स्थल घुमान(पंजाब), गुजरात, राजस्थान, हरियाणा व उत्तरप्रदेश होते हुवे रथयात्रा कल इन्दौर पंहुची।
इन्दौर के समस्त नामदेव समाज घटको की समितियों व समाजबंधुओं ने मरीमाता चौराहा से छोटा बांगड़दा रोड़ स्थित मंदिर तक की शोभायात्रा में हर्ष उल्लास से भाग लिया। समाजबंधुओं ने बीच-बीच में चरणपादुका का पूजन व रथयात्रा का स्वागत वंदन भी किया। इन्दौर में 3 कि. मी. की इस शोभायात्रा में डी.जी. व ढोल के साथ विट्ठला-विट्ठला के मधुर भजन पर केशरिया दुपट्टे पहने महिला-पुरूष नृत्य-भजन-कीर्तन करते हुवे मंदिर पंहुचे
मंदिर में सभी समाजबंधुओं व मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से पधारे पदाधिकारियों ने सर्वप्रथम नामदेव जी महाराज की चरण पादुका के दर्शन-पूजन कर नामदेव चालीसा पाठ व आरती का लाभ लिया तत्पश्चात् श्री वैष्णव नामदेव छीपा समाज के अध्यक्ष संजय बिरोलिया, नामदेव विकास मण्डल के अध्यक्ष किशनलाल नामदेव, नामदेव छीपा मारवाडी समाज के अध्यक्ष सुशील भाटी, श्री निमाड़ मालवा नामदेव सेवा संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र नामदेव, समग्र नामदेव परिषद के अध्यक्ष त्रिलोक नाईवाल, नामदेव छीपा युवा परिषद के प्रदेश सचिव आशीष नामदेव, युवा परिषद के नगर अध्यक्ष राजानामदेव विकास परिषद 3315 के अध्यक्ष अशोक नामदेव व अन्य समाजबंधुओं ने रथयात्रा में पधारे अतिथियों का स्वागत वंदन किया। इस अवसर पर साइकिल यात्रा व रथयात्रा समिति के मुख्य आयोजक सूर्यकांत जी भिसे ने कहा कि ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली यह पहली आध्यात्मिक सामाजिक रथ यात्रा है जिसके माध्यम से भागवत धर्म, समानता और भाईचारे का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। यात्रा में 110 साइकिल यात्री सम्मिलित हुवे जिसमें 10 महिलायें सहित वृद्धजनों ने भी सहभागिता निभाई।’’ स्वागत के बाद सभी समाजबंधुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण कर रथयात्रा को आेंकारेश्वर के लिये प्रस्थान कराया।
इन्दौर में उक्त कार्यक्रम का संचालन साइकिल यात्रा
व रथयात्रा आयोजन के मध्यप्रदेश समन्वयक आशीष नामदेव , त्रिलोक नाईवाल व मनीष नामदेव(इन्दौर से पंढरपुर बाईक यात्रा के आयोजक ने किया।
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