*मप्र ई-नगरपालिका का सॉफ्टवेयर हैक*
प्रदेश की नगरपालिका नगरनिगम की _412 निकायों में आनलाइन सेवा बंद, जांच शुरू_
ऐम्स का भी हुआ था हेक फिर भी नहीं चेता प्रशासन ,
भोपाल, मध्यप्रदेश,
जालसाजों ने ई-नगर पालिका सॉफ्टवेयर हैक कर लिया हैकुछ ही दिन पूर्व ऐम्स का भी इसी तरह हेक किया गया था ,इसके कारण नगरीय विकास एवं आवास विभाग के सभी सर्वरों तथा अन्य नेटवर्क को बंद कर दिया गया है। इससे भोपाल नगर निगम को छोडक़र 412 निकायों में आनलाइन सेवा प्रभावित हुई है। प्रदेश के नगरीय निकायों में प्रापर्टी टैक्स, मेरिज सर्टिफिकेट, वाटर कनेक्शन, बिल भुगतान तथा ट्रेड लाइसेंस सहित जो अन्य सेवा आनलाइन माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही हैं, वे अभी कुछ दिन प्रभावित रहेंगी।
इंडियन इमरजेंसी रिस्पांस टीम के विशेषज्ञ तथा साइबर पुलिस घटना की जांच कर रहे हैं। विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने दावा किया है कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार डाटा सुरक्षित है। इसके बाद नगरीय विकास और आवास विभाग ने सभी निकायों को निर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा है कि ऑनलाइन सुविधा बहाल होने तक आफ लाइन सुविधा को चालू रखें, और लोगों को ई-नगरपालिका के माध्यम से दी जाने वाली सेवाएं जारी रखें। एक्सपट्र्स की टीम साफ्टवेयर को जल्द दुरुस्त करने में जुटी हुई है। प्रमुख सचिव मंडलोई ने बताया कि सर्वर समय पर ही बंद हो गया था। सर्वर के डेटा का बैकअप हर 3 दिन में सुरक्षित किया जाता है। इसलिए ऑफलाइन डेटा पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने ऑनलाइन सुविधा बहाल होने तक ऑफलाइन सुविधा शुरू रखने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।
*डेटा लीक होने के साक्ष्य नहीं*
इसकी प्रारंभिक जांच के बाद एक्सपट्र्स ने जो जानकारी दी है उसके अनुसार साफ्टवेयर में अपलोड डेटा के लीक होने के कोई साक्ष्य अभी प्राप्त नहीं हुए हैं। विभाग के पास बैकअप डेटा के रूप में उपलब्ध डेटा सुरक्षित है। सीईआरटी-इन द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार मप्र स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन तथा विशेषज्ञों द्वारा सिस्टम को फिर से चालू करने की प्रोसेस की जा रही है। साथ ही पोर्टल अतिशीघ्र शुरू करने के प्रयास युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं।s.s.r.
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