अमोनिया से रातभर में पुराने आलू को नया बनाकर 60 रू. किलो में बेच रहे कारोबारी
भोपाल शहर में अब तक जहां फलों को पकाने, पैदावार बढ़ाने और सब्जियों को अधिक समय तक ताजा रखने के उद्देश्य से केमिकल का प्रयोग किया जाता था, वहीं अब अधिक मुनाफे के लालच में कारोबारी बाजार में खुलेआम जहर बेच रहे हैं। ताजा उदाहरण बाजार में बिक रहे नए आलू का है। जो केमिकल की मदद से तैयार किया जा रहा है। 40 रुपए किलो बिकने वाले आलू को अमोनिया केमिकल से एक ही रात में तैयार किया जा रहा है। ऐसा करने से कारोबारियों का मुनाफा तो दोगुना हो रहा है, लेकिन लोगों की सेहत खराब हो रही है। यानी 40 रुपए में बिकने वाला सस्ते से सस्ता पुराना आलू 14 घंटे में नया आलू बना दिया जाता है। जिसे दुकानों पर 60 रुपए किलो के भाव से बेचा जा रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी, भोपाल से मामले की जांच कराकर जन-स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए तत्काल की गई कार्यवाही के संबंध में प्रतिवेदन 15 दिवस में मांगा है।
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