संत नामदेव महाराज के जयंती अवसर पर
12 नवंबर को पंढरपुर से घुमाण रथ और साइकिल यात्रा का विदिशा में भव्य स्वागत
महाराष्ट्र और कर्नाटक के 100 साइकिल यात्रीयों का सहभाग
विदिशा,
शिरोमणि श्री नामदेव महाराज की 754 वीं जयंती, संत श्री ज्ञानेश्वर महाराज के 728 वें संजीवन समाधि दिवस और सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानकजी की 555 वीं प्रकाशपर्व के अवसर पर शांति, समता और बंधूता के संत विचारों का प्रचार और प्रसार के उद्देश्य से श्री क्षेत्र पंढरपुर ( महाराष्ट्र ) से श्री क्षेत्र घुमाण (पंजाब) तक लगभग 5000 किलोमीटर की रथ यात्रा विदेशा पहुंची । भागवत धर्म प्रसारक मंडल के अध्यक्ष सूर्यकांत भिसे ने बताया कि इस यात्रा का प्रस्थान 12 नवंबर यानी कार्तिक शुद्ध एकादशी के अवसर पर हुआ l इस यात्रा में महाराष्ट्र और कर्नाटक के 100 साइकिल यात्री शामिल हुए थे l विदेशामें नामदेव समाजद्वारा यात्रा भव्य स्वागत हुआ l
संत ज्ञानेश्वर महाराज ने भागवत धर्म की नींव रखी और संत तुकाराम महाराज इस धर्म के शिखर पुरुष बने। संत शिरोमणि श्री नामदेव महाराज ने उत्तर भारत में भागवत धर्म का प्रचार-प्रसार किया और भागवत धर्म की ध्वजा फहरायी। उनके सात्विक विचारों का प्रभाव पंजाब के सिखों में कायम रहा। मुगल बादशाह फिरोजशा तुगलक ने श्री क्षेत्र घुमाण में संत नामदेव महाराज का भव्य दिव्य मंदिर बनवाया।
भागवत धर्म प्रसारक मंडल, राज्य पालखी सोहला पत्रकार संघ, नामदेव समाजोन्नति परिषद और समस्त नामदेव छीपा समाज ने श्री विट्ठल की भक्ति और शांति, समता और बंधुता के संत विचारों का प्रसार करने के उद्देश्य से श्री क्षेत्र पंढरपुर से श्री क्षेत्र घुमाण तक एक भव्य रथ और साइकिल यात्रा का आयोजन किया। 2022 से यह रथ और साइकिल यात्रा शुरू की गई है l
*100 साइकिल यात्रियों की भागीदारी*
संत नामदेव रथ एवं साइकिल यात्रा का यह तीसरा वर्ष है। महाराष्ट्र और कर्नाटक के साइकिल चालकों ने इस यात्रा में सहभाग लिया है। भागवत धर्म प्रसारक मंडल, पालखी सोहला पत्रकार संघ, नामदेव समाजोन्नति परिषद, श्री नामदेव दरबार कमेटी ( घुमाण ) और देश भर के विभिन्न नामदेव शिम्पी समाज संगठन भी इस वर्ष विभिन्न राज्यों के भक्तों की मांगों और शांति के विचारों को बढ़ावा देने के लिए भाग ले रहे हैं। संत नामदेव महाराज की समानता एवं भाईचारा को लेकर यह यात्रा 12 नवंबर को श्रीक्षेत्र पंढरपुर से श्रीक्षेत्र घुमाण (पंजाब) के लिए प्रस्थान करेगी। इस यात्रा में लगभग 50 भजनी मंडल और 100 साइकिल चालकों ने भाग लिया है और यह यात्रा महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा से होते हुए पंजाब राज्य में प्रवेश किया। वह 4 दिसंबर को श्रीक्षेत्र घुमाण पहुंची l
*पंजाब में यात्रा का भव्य स्वागत*
संत नामदेव महाराज की रथ एवं साइकिल यात्रा का 4 दिसंबर को तिर्थक्षेत्र घुमाण में भव्य स्वागत हुआ l श्री नामदेव दरबार कमेटी घुमाण पंजाब द्वारा संत नामदेव चरण पादुका की पूजा की गयी तथा साइकिल यात्रीयों को सम्मानित किया गया । साइकिल यात्रा का समापन 5 दिसंबर को श्री क्षेत्र घुमाण में हुआ । उसके बाद यह रथ यात्रा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश राज्यों से होकर महाराष्ट्र की ओर चल पडी । 12 दिसंबर को श्री क्षेत्र पंढरपुर पहुंचेंगे वही बंटी नगर स्थित नामदेव धर्मशाला से यह यात्रा बंटी नगर पीतल मिल चौराहा माधवगंज होती हुई भोपाल के लिए प्रस्थान हुई नामदेव समाज के सभी लोगों ने पर चढ़कर हिस्सा लिया
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