अखंड भारत के निर्माता एवं नायक मौर्य साम्राज्य के सम्राट अशोक महान मौर्य ज की जयंती पर अशोकlष्टमी पर चक्रवर्ती सम्राट अशोक का पूजन अर्चन के साथ विचार संगोष्ठी का आयोजन सम्राट अशोक एकेडमी सावरकर चौक गंज बासौदा में किया गया विचार संगोष्ठी में अशोक महान के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कुशवाहा महासभा के जिला अध्यक्ष
मनोज कुशवाहा समाज के सक्रिय कार्यकर्ता धर्मेंद्र कुशवाह उधम सिंह कुशवाहा गोविंद सिंह जी कुशवाहा मनोहर जी कुशवाहा नारायण सिंह प्रजापति तरुण , प्रकाश कुशवाह धीरज सिंह कुशवाहा व सुधीर इन्हें अपने विचार व्यक्त किये इसी अवसर पर कुशवाहा महासभा की महिला कार्यकारिणी के जिला अध्यक्ष श्रीमती कीर्ति कुशवाहा एवं तहसील अध्यक्ष श्रीमती भारती कुशवाहा, नैतिक कुशवाहा सहित कई लोग उपस्थित हुए कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला महामंत्री कैलाश कुशवाहा ने कहा सम्राट अशोक का शासन 304 ईसा पूर्व से 232 ईसा पूर्व तक मौर्य वंश के तीसरी सबसे बड़े शासक के रुप था इनका साम्राज्य भारतीय उपमहाद्वीप के सीमावर्ती देश वर्तमान भारत, पाकिस्तान ,नेपाल ,भूटान, अफगानिस्तान ,बांग्लादेश, म्यांमार यादि तक उनके राज्य का विस्तार था प्रारंभिक समय में इन्होंने राज्य के विस्तार के लिए कई युद्ध किया लेकिन बाद में इन्होंने हिंसा को त्याग कर मानवतावादी बौद्ध धर्म अपनाया एवं जनसाधारण के लिए सेवा के कई कार्य जैसे कुआं, तालाब ,बावड़ी ,धर्मशालाएं ,मंदिर इत्यादि के निर्माण करवाया भारत में शासन की जनपद व्यवस्था उनके शासन काल से ही प्रारंभ हुई वर्तमान में भारत शासन का प्रतीक चिन्ह अशोक चक्र तीन सिंह इन्हीं के साम्राज्य से लिए गए हैं हमारे देश को ऐसे महान सम्राट प्राप्त होने का गौरव प्राप्त है।
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