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शनिवार, 24 मई 2025

8000 पेड़ बचाने फिर आगे आये पर्यावरण संरक्षक, जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी आंदोलन की रूपरेखा तय

*8000 पेड़ बचाओ अभियान की रणनीति के तहत आंदोलन की रूपरेखा तय

भोपाल 
भोपाल में पर्यावरणविद् और बुद्धिजीवियों की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें पूर्व मंत्री दीपक जोशी, उमाशंकर तिवारी, डा.राजीव जैन,शरद सिंह कुमरे,सुयश कुलश्रेष्ठ, अनुराग शर्मा,डा.आर. के. रावले,श्याम सुंदर शर्मा,रमेश कुमार और अखिलेश सिंग शामिल हुए।
सभी ने आगे चरणवद आंदोलन की स्वीकृति दी। जिसमें सभी जन प्रतिनिधिओ और प्रशासन को ज्ञापन देना। साथ ही जो एजेंसी रोड निर्माणकार्य कर रही उन एजेंसी से मुलाकात कर चर्चा करना।
सोशल मीडिया के प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर स्लोगन,नारे और जन आंदोलन संबंधित मटेरियल को प्रेषित करना।
साथ ही ट्विटर पर 10000 लोगों को एक साथ ट्वीट करवा कर सभी को जागरूक कर पेड़ बचाओ आंदोलन में शामिल करना।
प्रतिनिधि मंडल द्वारा जो ज्ञापन तैयार किया जा रहा है उसे पीएमओ ऑफिस, मुख्यमंत्री ऑफिस और सड़क परिवहन मंत्री गडकरी जी को ईमेल द्वारा भेजा जाएगा और उनके संज्ञान में लाया जाएगा।
साथ ही आगे फिर एक जन आंदोलन रख कर चिपको आंदोलन के माध्यम से रक्षा सूत्र बांधे जाएंगे।डा.राजीव जैन ने कहा कि हमारा विरोध विकास से नहीं है हम भी विकास के साथ है लेकिन विकास को विनाश की तर्ज पर ना करे,अब तो नई नई तकनीकी आ गई हे उनका प्रयोग कर सड़क का निर्माण करे जिससे हमारे पेड़ कटने से बच सके।पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि अभी वर्तमान परिस्थितियों में इस रोड की आवश्यकता ही नहीं है। सुयश कुलश्रेष्ठ ने कहा कि प्रशासन को एक बार जन सुनवाई करना चाहिए और उनके अनुसार आगे की रणनीति बनाना चाहिए। शरद सिंह कुमरे ने बताया कि इन 8000 पेड़ो का कटना मतलब हमारी आने वाली पीढ़ी की सांसे कम करना है।अंत में उमाशंकर तिवारी ने सबका आभार व्यक्त किया,राष्टगान और भारत माता की जय, सांसे हो रही कम, पेड़ लगाए हम के नारों के साथ बैठक का समापन हुआ।

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