*कुल्हार स्टेशन पर बन रहे फुट ओवरब्रिज को लेकर विवाद*
ग्रामीण बोले– जिस दिशा में कोई गांव ही नहीं, वहां उतारने का क्या मतलब, डिजाइन बदलकर बस्ती की ओर उतारा जाए
गंजबासौदा ,
कुल्हार रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन फुट ओवरब्रिज को लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज कराई है। ग्रामीणों का कहना है कि ब्रिज का एक सिरा ऐसी दिशा में उतारा जा रहा है, जहां न कोई गांव है और न ही बस्ती। इससे यात्रियों को इसका वास्तविक लाभ नहीं मिल पाएगा। इसको लेकर *ग्रामीणों ने स्टेशन मास्टर को डीआरएम के नाम ज्ञापन सौंपा* और मांग रखी कि ब्रिज का एक सिरा उत्तर दिशा की ओर बस्ती की तरफ उतारा जाए।
*उत्तर दिशा में उतारेंगे तो कई गांवों को मिलेगा फायदा*
ग्राम सिरनोटा के *केशव सिंह दांगी* ने कहा कि अगर रेलवे ब्रिज का एक सिरा ग्राम पंचायत सिरनोटा की तरफ उतारे तो सिरनोटा, उमरछा और आसपास के कई गांवों के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि अभी की योजना में लोगों को ब्रिज तक पहुंचने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ता है, जो बुजुर्गों और महिलाओं के लिए बेहद असुविधाजनक है।
*जिस तरफ बस्ती ही नहीं, वहां उतारने का क्या मतलब*
ग्राम सिरनोटा के *अर्पित शर्मा* ने सवाल उठाया कि रेलवे जिस दिशा में ब्रिज का सिरा उतार रही है, वहां न कोई गांव है और न बस्ती। उन्होंने कहा ऐसे में लोग इसका उपयोग कैसे करेंगे? यात्रियों को धूप-बारिश में दूर घूमकर आना पड़ेगा।”
*गांव वालों की सीधी पहुंच होगी आसान*
ग्राम उमरछा के *रामेश्वर गुर्जर और जितेंद्र कुर्मी* ने बताया कि कुल्हार स्टेशन के सामने ही उमरछा, सिरनोटा और अन्य गांव हैं। यदि ब्रिज का एक सिरा उत्तर दिशा में उतारा जाए तो ग्रामीण सीधे स्टेशन पहुंच सकेंगे और आसानी से ओवरब्रिज का उपयोग कर पाएंगे।
*ग्रामीणों ने की सामूहिक मांग*
ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से कहा कि रेलवे अगर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर यह ब्रिज बना रही है तो इसे व्यावहारिक तरीके से बनाया जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर दिशा की तरफ उतारने से न सिर्फ बुजुर्गों और महिलाओं को सहूलियत होगी बल्कि बड़ी संख्या में वे बच्चे और बच्चियां भी लाभान्वित होंगे, जो रोज़ ग्राम कुल्हार पढ़ाई करने आते-जाते हैं।
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