कुरवाई/ महरलुआ चौराहा,
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् इकाई मेहलुआ चौराह ने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की 197वीं जयंती को स्त्री शक्ति दिवस के उपलक्ष्य में शक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।मुख्य अतिथि के रूप में नवांकुर स्कूल के संचालक वीरेंद्र तिवारी जी एवं वरिष्ठ अध्यापिका रूपाली शर्मा जी ने कहा कि "रानी लक्ष्मीबाई केवल एक योद्धा नहीं, बल्कि नारी सशक्तिकरण की जीती-जागती मिसाल हैं।
उनकी वीरता आज भी युवतियों को आत्मनिर्भरता और राष्ट्रभक्ति का संदेश देती है।मुख्य वक्ता अभिषेक तिवारी ने कहा कि "झांसी की रानी ने सिद्ध कर दिया कि जब देश पर संकट आता है, तो नारी भी रणचंडी बनकर मैदान में उतरती है।" रानी लक्ष्मीबाई के 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में नेतृत्व, उनकी रणनीति एवं कूटनीति पर विस्तृत प्रकाश डाला। एबीवीपी के अभिजीत सप्रे। ने "आज की नारी : लक्ष्मीबाई से आत्मनिर्भर भारत तक" विषय पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में 200 से अधिक छात्राएँ एवं महिला शिक्षिकाएँ उपस्थित रहीं। इस दौरान नगर मंत्री प्रिंस यादव ने कार्यक्रम के अंत में सभी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान नगर अध्यक्ष अमन चौबे, नगर उपाध्यक्ष शिवम विश्वकर्मा, सुमित तिवारी, शैलेंद्र रघुवंशी, ऋषभ सेन, सुमित शर्मा, विवेक राजपूत,यश चौबे, आदर्श सेन आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे!
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