मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कर्मयोगी स्व. श्री सत्येन्द्र पाठक ने हमेशा दूसरों की भलाई का काम किया है। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन जनहित के कार्यों के लिए समर्पित कर दिया। गरीब कन्याओं के विवाह, गरीबों के इलाज और शिक्षा के क्षेत्र में जरूरतमंदों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के कटनी में जिला चिकित्सालय परिसर में कर्मयोगी स्व. पंडित श्री सत्येन्द्र पाठक की जन्म-स्मृति के अवसर पर चिकित्सा भवन के निर्माण का भूमि-पूजन किया। यह भवन विधायक श्री संजय पाठक द्वारा अपने पिता स्व. श्री पाठक की स्मृति को अमर बनाने के लिये बनवाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गोस्वामी तुलसीदास की चौपाई "परहित सरिस धरम नहीं भाई, पर पीड़ा सम नहीं अधमाई" के माध्यम से स्व. श्री पाठक के पुण्य कार्यों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि विधायक श्री पाठक ने अपने पिता के जन्म दिवस पर उनकी स्मृति में यह पुण्य कार्य किया है, जो बेहद प्रशंसनीय है। कटनी जिले को पारिवारिक निधि से भव्य चिकित्सा भवन की सौगात देने का कार्य पिता के ही संस्कारों एवं पुण्य कर्मों की देन है। वर्तमान में वे हमारे बीच नहीं है, किन्तु उनकी आत्मा बेटे के किये जा रहे कार्यों को देखकर आशीर्वाद प्रदान कर रही है। विधायक श्री पाठक द्वारा जिला चिकित्सालय में मरीजों एवं उनके परिवारजन को जीवन पर्यन्त भोजन कराने की व्यवस्था पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भूखे को भोजन कराने से बड़ा कार्य कोई नहीं हो सकता है। स्व. श्री पाठक की स्मृति को चिर-स्थाई बनाने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भूमि-पूजन किए गए चिकित्सा भवन का नामकरण पंडित सत्येन्द्र पाठक करने की सहर्ष सहमति दी। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जन-भागीदारी निधि के माध्यम से भी माता-पिता की स्मृति को अमर करने का कार्य करेगी।
सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आयुष्मान भारत अभियान की शुरूआत की गई है। आज विश्व स्वास्थ्य दिवस एवं स्वर्गीय पंडित श्री पाठक का जन्म स्मृति का दिन है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय कहते थे कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा के लिये समाज का सहयोग अपेक्षित होता है। इन विचारों को प्रतिपादित करने का कार्य पाठक परिवार द्वारा किया जा रहा है। पाठक परिवार के द्वारा कटनी जिले को सर्व-सुविधायुक्त आधुनिक चिकित्सा भवन की सौगात मिल रही है। इसके लिये उन्होंने जिला चिकित्सालय का नामकरण पंडित स्व. सत्येन्द्र पाठक के नाम पर करने की इच्छा जाहिर की।
पिता के पदचिन्हों पर चलकर जरूरतमंदों की जीवन-पर्यन्त करेंगे सेवा
विधायक श्री संजय पाठक ने विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के 150 करोड़ लोगों को कोविड की दोनों वैक्सीन लगाई जा चुकी है। उन्होंने अपने दादा एवं पिता के दिये संस्कारों का जिक्र करते हुए कहा कि आज वे जो कुछ भी है उन्हीं की बदौलत है। श्री पाठक ने बताया कि वर्ष 2013 में बॉम्बे हॉस्पिटल में पिता के इलाज के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के पिता भी इस अस्पताल में इलाजरत थे। इस दौरान दोनों की मुलाकातें होती थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान के पिता अपने बेटे के द्वारा मध्यप्रदेश की जनता के लिये किये जा रहे अनेक कार्यों का जिक्र करते थे। इन वार्तालाप की चर्चा वे अपने पुत्र श्री संजय से करते थे। बेटे के किये जा रहे कार्यों पर गर्व करने से प्रेरित होकर मैंने भी प्रण किया कि वे भी मुख्यमंत्री श्री चौहान के पदचिन्हों पर चलकर जनता की सेवा करेंगे। इस तारतम्य में जिला चिकित्सालय परिसर में मौजूद जर्जर भवन को बेहतर सर्वसुविधायुक्त बनाकर इसे पिता को समर्पित करने का संकल्प लिया। इसमें मुख्यमंत्री श्री चौहान का भी पूर्ण सहयोग रहा है। विधायक श्री पाठक ने इस कड़ी में विजयराघवगढ़ के अस्पताल का प्रथम तल बनाने एवं बरही में ट्रामा सेंटर बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में उनके पिता के नाम से रसोई का संचालन जीवन-पर्यन्त किया जावेगा। यही उनकी पिता को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
स्व. श्री सत्येन्द्र पाठक की धर्मपत्नी एवं श्रीमती निर्मला पाठक ने बताया कि चिकित्सा भवन के भूमि-पूजन कार्य के लिये उनके बेटे ने आज का दिन चुना है। श्रीमती पाठक ने अपने पति के कार्यों यथा कन्या विवाह, शिक्षा, चिकित्सा एवं गरीबों की सेवा का जिक्र करते हुए कहा कि वह हमेशा से यह चाहती थी कि यह सेवा भाव उनके पुत्र संजय में भी आयें। उनकी आशा अनुरूप पुत्र धर्म का निर्वाह संजय द्वारा बखूबी किया जा रहा है। उन्होंने चिकित्सा भवन के भूमि-पूजन कार्यक्रम में उपस्थित होने पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं उपस्थित अतिथियों को धन्यवाद प्रेषित किया। विधायक श्री संदीप जायसवाल ने भी संबोधित किया। श्री यश पाठक ने आभार माना।
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