विदिशा,
अब पत्रकार भी सुरक्षित नहीं म.प्र. मे मुख्यमंत्री के ग्रह जिले के यह हाल हे तो प्रदेश के क्या होंगें कुछ ही दिन पूर्व पत्रकारों को नंगा किया गया था अब तो हत्या होने लगी
विदिशा सिविल लाइन थाने के नजदीक स्थिल पीडब्ल्यूडी परिसर में गुरूवार को शाम 5 बजे श्रुत लेख जागरण के संपादक रंजीत सोनी को गोली मार दी गई। रंजीत वहीं गिर पड़ा और वह लगभग पौने घंटे तक पड़ा रहा। बाद में सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची, लेकिन तब तक पत्रकार की मौत हो चुकी थी। घटना को अंजाम देने वाला बदमाश वहां से रफूचक्कर हो गया।
वह भी बीच बाजार मजेदार बात यह है पीडब्ल्यू डी कैंपस और सामने जनपद कार्यालय में कैमरे लगे हैं लेकिन आज दोनों कैमरे बंद पाए गए। पुलिस ने शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा।
40 वर्षीय रंजीत सोनी मुखर्जी नगर में निवास करते थे। यह सप्ताहिक श्रुति लेख जागरण का संपादन करते थे। इसके अलावा रंजीत आईटी एक्सपर्ट भी थे। गुरूवार को शाम 5 बजे के लगभग यह पीडब्ल्यूडी कार्यालय गए हुए थे। उसी समय किसी ने उन्हें गोली मार दी। पास में जनपद कार्यालय सामने ब्रिज और पीछे की ओर तहसील कार्यालय हैं। व्यस्ततम और भीड़ भाड़ वाले इलाके में न तो किसी गोली चलने की आवाज सुनी और न ही किसी ने पीडब्ल्यूडी कैंपस में हो रहे विवाद को देखा। गोली कनपटी के पास मारी गई थी। जबकि पीडब्ल्यूडी कार्यालय में चपरासी से लेकर अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे। लेकिन किसी ने कुछ नहीं देखा। मजेदार बात यह है कि पीडब्ल्यू डी अधिकारी का केबिन सामने हैं जहां पर एक द्वारपाल मौजूद रहता है और जनपद का कैंपस भी लगा हुआ है। वहां भी हमेशा भीड़-भाड़ रहती इसके बाद घटना घटित होना संदेह पैदा करती है।
हैड पर मारी गोली, साक्ष्य जुटाएंगे जल्दी होगा खुलासा
इस मामले में एडीशनल एसपी समीर यादव ने कहा कि जानकारी लगी है कि रंजीत सोनी आईटी का काम करते थे। उनकी गोली मारकर हत्या की गई है। बॉडी हॉस्पिटल भेज दी है, ताकि पीएम कराया जा सके। जांच शुरू कर दी है। जो भी आरोपी होगा जल्दी पकड़ लिया जाएगा। रंजीत के बैग से कुछ दस्तावेज मिले हैं प्रथम दृष्टिया आईटी से जुड़े हैं। आस-पास के कार्यालय दुकानों और जो भी कैमरे लगे हैं सबकी जांच कराई जाएगी। गोली हैड पर मारी जिससे मौत हो गई है।खबर लिखे जाने तक हत्यारे पकड़ से बाहर है
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