मोदी सरकार आम आदमी के मुंह से छीन रही निवाला : संगीता शर्मा
आटा, अनाज सहित खाने की अन्य चीजों पर आज से बढ़ा जीएसटी
भोपाल,
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष सुश्री संगीता शर्मा ने कहा कि लगातार बढ़ रही महंगाई के बीच आज से आपकी जेब और ढीली होने वाली है। अब आपको पैकेज्ड एवं लेबल वाले दही,पनीर, लस्सी और रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाली जरूरी वस्तुओं की कीमतों पर आज से अधिक जीएसटी देना होगा। पिछले महीने हुई बैठक में जीएसटी परिषद ने विभिन्न उत्पादों पर जीएसटी दरों में बदलाव किया है।’ इसके तहत अब आटा,दही, लस्सी, पनीर, शहद, अनाज खरीदने पर 5 फीसदी जीएसटी देना होगा। इसके अलावा अन्य वस्तुओं के जीएसटी स्लैब में भी बदलाव किया गया।
जानें क्या-क्या हुआ महंगा ---दही,लस्सी,पनीर,शहद, अनाज,अस्पताल में 5 प्रतिशत बड़ोत्तरी (गैर-आईसीयू) से अधिक किराये वाले कमरे पर 5 प्रतिशत, होटल के एक हजार रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले कमरे पर 12 प्रतिशत, और टेट्रा पैक पर 18% जीएसटी देना होगा।
सुश्री संगीता शर्मा ने कहा कि जीएसटी काउंसिल ने 18 जुलाई से रोजमर्रा की कई चीजों पर जीएसटी बढ़ाया है। जीएसटी बढ़ाने के बाद अब चावल-आटा खरीदना महंगा हो जाएगा, दही, लस्सी और छाछ पर भी जीएसटी बढ़ाई गई है, इससे आम आदमी के किचन का बजट बिगड़ने वाला है।
सुश्री संगीता शर्मा ने कहा कि नई दिल्ली, जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गई। इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं, जिन पर पांच प्रतिशत माल एवं सेवा कर (जीएसटी) देना होगा। इस तरह 5,000 रुपये से अधिक किराये वाले अस्पताल के कमरों पर भी जीएसटी देना होगा। इसके अलावा 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल कमरों पर 12 प्रतिशत की दर से कर लगाने की बात कही गयी है, अभी तक इस पर कोई कर नहीं लगता था। खाद्य पदार्थों को जीएसटी की श्रेणी में लाना जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा है। केंद्र सरकार द्वारा लगाए जा रहे गब्बर सिंह टैक्स जीएसटी से जनता को राहत नहीं मिल रही है। जुमले और झूठे वादे लेकर सरकार में आए, परंतु आज जनता के सामने यदि कोई सबसे बड़ी समस्या है तो वह महंगाई है।
सुश्री शर्मा ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद ने पिछले दिनों अपनी बैठक में डिब्बा या पैकेटबंद और लेबल युक्त (फ्रोजन को छोड़कर) दही, पनीर, लस्सी, शहद, सूखा मखाना, सूखा सोयाबीन, मटर जैसे उत्पाद, गेहूं और अन्य अनाज तथा मुरमुरे पर 5% जीएसटी लगाने का फैसला किया था। कर दर में बदलाव 18 जुलाई से प्रभाव में आएंगे। इसी प्रकार, टेट्रा पैक और बैंक की तरफ से चेक जारी करने पर 18 प्रतिशत और एटलस समेत नक्शे तथा चार्ट पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा।
सुश्री संगीता शर्मा ने कहा कि वहीं खुले में बिकने वाले बिना ब्रांड वाले उत्पादों पर जीएसटी छूट जारी रहेगी। ‘प्रिंटिंग/ड्राइंग इंक’, धारदार चाकू, कागज काटने वाला चाकू और ‘पेंसिल-शार्पनर’, एलईडी लैंप, ड्राइंग और मार्किंग करने वाले उत्पादों पर कर की दरें बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दी गयी हैं। सौर वाटर हीटर पर अब 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, जबकि पहले पांच प्रतिशत कर लगता था।
उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में मोदी सरकार द्वारा खुदरा में मिलने वाले आटा, दाल, चावल, गुड़, गेहूं, बाजरा, ज्वार, दूध, दही, पनीर, छाछ इत्यादि खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाने का केंद्र सरकार का दुर्भाग्यपूर्ण फैसला लिया है। आजादी के 75 वर्षों में देश में पहली बार आवश्यक खाद्य पदार्थों पर टैक्स लगाया गया है। जीएसटी बढ़ाकर आम आदमी के मुंह का निवाला केंद्र की सरकार ने छीना हैं। महीने भर की कमाई जीएसटी में ही गवाई।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें