सीधी
सड़क हादसे में मासूम आशीष ने पिता, दादा, दादी को खोया.....
माँ अस्पताल में ज़िंदगी मौत से जूझ रही है..
चोभरा गाँव में एक साथ आठ चिताएँ जलीं....
हादसे में अब तक पंद्रह लोगों की मौत......
सरकार और राजनीतिक दलों को इस तरह की रैलियां करने पर एक बार फिर विचार करना चाहिए.....?
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