आयोग ने निगमायुक्त ग्वालियर से मांगा जवाब
ग्वालियर
शहर में इन दिनों आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छे नम्बर लाने की तैयारी चल रही है, पर यहां सामुदायिक, सार्वजनिक शौचालयों वा मूत्रालयों की हालत बेहद ही खराब है।
आलम यह है कि यहां कई टाॅयलेट्स में सायकिल और झाड़ू भरे पड़े हैं। सार्वजनिक शौचालयों के शटर बंद हैं। महिला शौचालयों में ताला लगा हुआ है और सेनेट्री नेपकिन मशीनें पूरी तरह से खराब पड़ी हुई हैं। सामुदायिक शौचालयों में हाथ सुखाने के लिये लगी ड्रायर मशीनें भी खराब पड़ी हैं। कई मूत्रालयों में न तो पानी की कोई व्यवस्था है न ही गंदा पानी निकासी की। यहां शौचालयों के वाॅश बेसिन टूटे पड़े हैं। इतनी अव्यवस्थाओं के बावजूद नगर निगम इसे हल्के में ले रहा है। नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि हमने सभी वार्डो के नोडल अधिकारियों को निर्देश दे दिये हैं। हम अगले सात दिनों में सारी कमियां दूर कर व्यवस्थाएं ठीक करा देंगे।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय सदस्य राजीव कुमार टंडन ने मामले में संज्ञान लेकर कमिश्नर, नगर निगम, ग्वालियर से प्रकरण के संबंध में पूर्ण प्रतिवेदन मांगा है।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय सदस्य राजीव कुमार टंडन ने मामले में संज्ञान लेकर कमिश्नर, नगर निगम, ग्वालियर से प्रकरण के संबंध में पूर्ण प्रतिवेदन मांगा है।
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