*भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के लिए स्कूलों में जारी है संपर्क*
कक्षा 5 से लेकर महाविद्यालयीन विद्यार्थी होते हैं शामिल
गंज बासौदा /
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में प्रतिवर्ष भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जाता हैं। जिसमे कक्षा 5 से लेकर महाविद्यालयीन विद्यार्थी शामिल होते हैं।
भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा विकासखंड संयोजक सुरेश कुमार सैनी ने बताया कि इस वर्ष की परीक्षा 7 अक्टूबर 2023 को प्रदेश सहित जिले के अधिकतर स्कूलों, विद्यालयों आयोजित होगी जिसमें इस बार हजारों बच्चों को बिठाने का लक्ष्य रखा है। यह परीक्षा प्राथमिक माध्यमिक हाईस्कूल और महाविद्यालय में कराई जाती है। इस परीक्षा में ओ एम आर सीट पर वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं। कुछ शुल्क के साथ पुस्तिकाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं और तहसील, जिला से लेकर प्रांतीय स्तर तक पुरुष्कार दिए जाते हैं। सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिए जाते हैं।
भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा आयोजन समिति के प्रांतीय सदस्य एडवोकेट श्याम सुंदर माथुर ने बताया कि परीक्षा का मुख्य उद्देश्य भारतीय संस्कृति एवं संस्कार की जानकारी नई पीढ़ी को अवगत कराने के साथ ही युवा पीढ़ी में मानवीय मूल्य का विकास करना। देश के विकास में अभिरुचि जागृत करना, व्यसन और कुसंगति से दूर रहकर देश को पुनः विश्व गुरु बनाने की प्रेरणा जागृत करना है।
गायत्री परिवार के मीडिया प्रभारी रमाकांत उपाध्याय ने बताया कि भारत में इस परीक्षा में लगभग 400 जिलों में 2 लाख विद्यालयों के 50 लाख विद्यार्थी सम्मिलित होते हैं । 11 भाषाओं में आयोजित कराई जाती हे , प्रतिवर्ष इसमें और नये नये विद्यालय सम्मिलित हो रहे हैं।
इसके लिए शहर सहित ग्रामीण अंचलों के स्कूलों में संपर्क किया जा रहा है।
संपर्क करने बालों में समय दानी परिजन सुरेश कुमार सैनी, राकेश पांडेय, रामकिशन सैनी, संगीता शर्मा, सपना पांडे, वंदना देवघर सहित अन्य परिजनों द्वारा संपर्क कर पंजीयन किए जा रहे हैं।
गायत्री परिवार जिला समन्वयक मुकेश तिवारी, सह जिला समन्वयक श्रीराम कटियार, ब्लॉक समन्वयक महाराज सिंह पटेल, संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रांतीय संयोजक एस आर चौधरी, भोपाल संभाग समन्वयक आरपी हजारी, ओपी तिवारी ,जिला संयोजक रश्मि पोरवाल, जिला सचिव डीसी लडिया, मुकेश श्रीवास्तव, आरपी गुप्ता, राजाराम पवार ने सभी परिजनों से परीक्षा में सहयोग देने के साथ अधिक संख्या में विद्यार्थियों को शामिल करने की अपील की हैं।
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