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सोमवार, 27 नवंबर 2023

नौलखी की तपोभूमि पर 10 दिवसीय विराट महोत्सव की तैयारी, रामलला संग विराजेंगे भगवान जगदीश स्वामी


*नौलखी की तपोभूमि पर 10 दिवसीय विराट महोत्सव की तैयारी, रामलला संग विराजेंगे भगवान जगदीश स्वामी

*बैठक में नगर के गणमान्य नागरिकों के बीच तैयारियों पर चर्चा, अगले वर्ष 10 अप्रैल 2024 से होगा आयोजन*

*गंजबासौदा।
दीपांशु  नामदेव ,
बेतवा घाट स्थित साकेतवासी सिद्ध संत बाबा जगन्नाथ महाराज की तपोभूमि नौलखी आश्रम पर करीब 90 साल बाद फिर विराट धार्मिक महोत्सव की तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं। नौलखी आश्रम पर बन रहे नवनिर्मित मंदिर में रामलला सहित भगवान जगदीश स्वामी के नवीन विग्रह विराजमान होंगे। अगले वर्ष 10 अप्रैल से 20 अप्रैल 2024 तक चलने वाले इस विराट महोत्सव की तैयारी को लेकर गत दिवस आश्रम पर नगर के श्रद्धालुओं और गणमान्य नागरिकों के साथ एक बैठक में आयोजन की तैयारियों पर चर्चा की गई। बैठक में धार्मिक आयोजन के दौरान होने वाली भगवान की प्राण प्रतिष्ठा,राम कथा,श्री राम अति यज्ञ रामलीला, रामकथा,भंडारा सेवा,संत सम्मेलन सहित अन्य व्यवस्थाओं में विभिन्न यजमानों ने सेवा संकल्प स्वीकारते हुए अपनी सहमति प्रदान की। 
मालूम हो कि बेतवा घाट स्थित नौलखी आश्रम क्षेत्र के सिद्ध संत साकेतवासी बाबा जगन्नाथ दास जी महाराज की तपोभूमि है जहां उन्होंने बाल्यावस्था से ही साधु जीवन में रहते हुए अपनी कठोर तपस्या और संत सेवा के बल पर चमत्कारिक प्रमाणों से शहर में नौलखी के प्रति अटूट श्रद्धा और आस्था जागृत कर दी। करीब 90 साल पहले जगन्नाथ दास जी महाराज द्वारा नौलखी पर कराया गया ऐतिहासिक तुलसी विवाह आज भी लोगों की जुबान पर है, जिसके कारण आश्रम का नाम नौलखी पड़ा।  नौलखी खालसा के श्रीमहंत राम मनोहर दास जी महाराज ने बताया कि करीब 90 साल बाद नौलखी आश्रम के नवीन निर्माण और देव प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा सहित अन्य धार्मिक आयोजन को लेकर बैठक में विभिन्न व्यवस्थाओं पर विस्तार से विचार विमर्श हुआ है। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालु,गणमान्य नागरिकों ने विभिन्न आयोजनों में यजमान के रूप में सम्मिलित होकर अपनी सहमति दी। भगवान जगदीश स्वामी के पुराने विग्रह को भी बदला जा रहा है। भगवान जगदीश स्वामी के नए विग्रह को नगर के श्रद्धालु करीब 1200 किलोमीटर की पैदल यात्रा तय करके जगदीशपुरी उड़ीसा से गंजबासौदा लेकर आएंगे। बैठक के दौरान आचार्य पंडित केशव शास्त्री ने बताया कि 29 फरवरी 2024 को यज्ञ की ध्वजा स्थापित की जाएगी। उड़ीसा और काशी के विद्वान यज्ञाचार्य द्वारा आश्रम में स्थापित होने वाले नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा कराई जाएगी। 25 कुंडीय अति श्री राम यज्ञ के  प्रधान यजमान के रूप में उद्योगपति और समाजसेवी राकेश मडखेड़कर ने सम्मिलित होने की स्वीकृति दे दी है। भगवान श्री रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा ठेकेदार नरेश गुप्ता एवं भगवान जगदीश स्वामी के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा किराना व्यवसायी मनीष पाठक एवं हनुमान जी महाराज की प्राण प्रतिष्ठा अरविंद दुबे किराना व्यवसायी द्वारा कराई जाएगी। 

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