विदिशा स्पीड ब्रेकर पर बाइक उछली, पीछे बैठी पत्नी गिरी, सिर फटने से मौत
हाईकोर्ट के आदेश रोक के बाबजूद भी बनबाये जाते हे ब्रेकर
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बिना नियम कायदों और मापदंडों के बनाए गए स्पीड ब्रेकर अक्सर लोगों के लिए जानलेवा साबित होते हैं। विठ्ठल नगर के पास ऐसे ही एक स्पीड ब्रेकर ने रिटायर्ड शिक्षिका की जान ले ली। विठ्ठल नगर निवासी नादौर के किसान अरविंद श्रीवास्तव गुरुवार करीब एक बजे दुपहिया वाहन पर अपनी पत्नी को बैठाकर उनकी शुगर की जांच कराने पैथोलॉजी ले जा रहे थे। तभी कॉलोनी के
पास जैन मंदिर और मंगलम होम्स के सामने करीब दस दिन पहले बनाए गए स्पीड ब्रेकर का ध्यान न रहने पर उनका वाहन तेजी से उछलकर दूर जा गिरा। इस हादसे में दोनों पति-पत्नी गिर गए। सीमेंट कांक्रीट रोड सुषमा श्रीवास्तव पर गिरने से अरविंद श्रीवास्तव की पत्नी 63 वर्षीय सुषमा श्रीवास्तव के सिर में गंभीर चोट आई। उन्हें
जरूरत नहीं, फिर भी मनमाने ढंग से बनाए ब्रेकर
विदिशा. /
बासोदा में भी अनेकों जगह बनाये गये है ब्रेकर
इसी स्पीड बेकर से हुए हादसे में गई रिटायर्ड शिक्षिका की जान।
अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई। हादसे के बाद
से अरविंद श्रीवास्तव सदमे में हैं। बताया गया है कि श्रीवास्तव दंपती
यहां अकेले रहते थे, उनके दो बेटियां हैं, दोनों ही मुंबई में हैं।
कॉलोनी के रहवासी मनोज शर्मा ने बताया कि ये स्पीड ब्रेकर अभी 8- 10 दिन पहले ही बनाया गया है। लोगों को अभी इसकी ठीक से आदत भी नहीं हो पाई है। एक तरफ तो बिना जरूरत के मनमाने ढंग से ब्रेकर बना दिए गए हैं. वहीं कॉलोनी की सड़क भी बुरे हाल में है। जगह-जगह गहरी दरारें हो रही हैं, जिनमें फंसकर वाहन
दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। कई बार कॉलोनाइजर और प्रशासन को इस बारे में बताया जा चुका है लेकिन
कोई सुधार नहीं हुआ और अब ये हादसा हो गया। गौरतलब है कि कुछ समय पहले बरईपुरा में भी पशु चिकित्सालय के सामने स्पीड ब्रेकर बना देने से रात को आ रहा एक बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त होकर अपनी जान गंवा बैठा था। इसके बाद वहां का स्पीड ब्रेकर तुड़वाया था। नियम विरुद्ध बने ऐसे स्पीड ब्रेकर पर नगरपालिका की कोई नजर नहीं होती, हादसा होने के बाद औपचारिकता करने वह ब्रेकर तुडवाया जाता है।
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