जहां चाह वहां राह
पिता की स्मृति में प्यासे पशुओं के लिए बनवाई दो बड़ी होदियां
मिली पंचतत्व से प्रेरणा
गंज बासौदा,
भरी गर्मी में पंचतत्व संरक्षण समिति ने प्यासे पशुओं के लिए करीब 35 होदी रखकर पक्षी चेतना अभियान के तहत जन जागरण का कार्य किया है . इस वर्ष के इस कार्य से प्रेरित होकर मूक पशुओं की सुध ग्राम लहरावदा निवासी रूपसिंह ठाकुर एवं प्रमोदसिंह जी ठाकुर ने ली हैं पंचतत्व संरक्षण समिति की प्रेरणा से उन्होंने अपने पिता श्री भावसिंह जी की स्मृति में 2 बड़ी पानी की हौदियां बनवाई हैं.जो 8 फिट लंबी और 4 फिट चौंडी तथा 3 फिट गहरी हैं एक होदी ग्राम लहरावदा में और एक होदी बागरोद में हनुमान मंदिर के पास बनवाई है.जिनमें पानी भरने की जिम्मेदारी भी उन्होंने ही ली है. विशेष बात तो यह है कि हनुमान मंदिर के पास के कुआं का तो पानी भी सूख गया है .इस होदी में टैंकर से पानी मंगाकर होदी को भर रहे हैं,
इस अवसर पर पंचतत्व के अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह दांगी ने कहा कि गर्मी ने हम मनुष्यों सहित पशु-पक्षियों को भी हलकान किया है .मूक पशु किसी से पानी मांग नहीं सकते सो प्यासे ही मारे-मारे भटकते रहते हैं .लगातार प्यासा रहने से उनकी आँखों की रौशनी चली जाती है और वे अंधे होकर मौत का ग्रास बन जाते हैं नदी-तालाब ,कुआं-वावड़ी सब सूख चुके हैं . भूमिगत जलस्तर रसातल को चले जाने के कारण नलकूपों और हेंडपम्पों ने भी दम तोड़ दिया है.
लहदरा निवासी रूप सिंह ठाकुर कहते हैं कि पंचतत्व का सराहनीय कार्य देखते थे तो लगता था इस पुण्य और नि:स्वार्थ कार्य में हम भी भागीदार बनें और समिति से बात हुई तो हमने भी प्यासे पशुओं की प्यास बुझाने का प्रयास किया है.
प्रमोद सिंह राजपूत कहते है इन परिस्थितयों में इन मूक पशुओं की प्यास की चिंता सभी को करना चाहिये
अपनों को याद करने का यह पुण्यप्रयास निश्चित ही सराहनीय है. अन्य लोग भी इससे प्रेरणा लें तो उचित रहेगा.श्री भावसिंह जी के पोते प्रमोदसिंह पंचतत्व संरक्षण समिति के सक्रिय सदस्य हैं.
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