प्रदेश अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण को लेकर शिक्षा मंत्री का विवादित बयान निंदनीय — बोहत
विदिशा ,
मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण के मुद्दे पर राजनीति गरमा गई है। शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने एक विवादित बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि "मेहमान बनकर घर में आएँगे तो क्या घर पर कब्जा करोगे?"
इस बयान की कांग्रेस नेता सुभाष बोहत एडवोकेट ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि यह बयान न केवल अतिथि शिक्षकों का अपमान है, बल्कि संपूर्ण बुद्धिजीवी और पढ़े-लिखे लोगों का भी अपमान है।
उन्होने ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन अब शिक्षा मंत्री का बयान अपमानित करने बाला है। उन्होंने मांग की है कि राव उदय प्रताप सिंह को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए और अतिथि शिक्षकों की मांगों को तत्काल प्रभाव से पूरा करना चाहिए।
मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षक लंबे समय से अध्यापन कार्य कर रहे हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया है। उनकी व्यवस्था अस्थाई थी, लेकिन अब वे नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब वे योग्य हैं, पात्रता परीक्षा पास कर चुके हैं, अनुभवी हैं और उनका अध्यापन कार्य भी अच्छा है, तो फिर उनकी सेवाओं को वैधानिक रूप से नियमित किया जाना चाहिए।
कांग्रेस ने अतिथि शिक्षकों के आंदोलन में समर्थन देने का एलान किया है और उनकी मांगों को पूरा करने के लिए सहयोग करेगी ।
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