*MP में चरित्र प्रमाण पत्र पर लिखा शिकायत का आदि है व्यक्ति*
अब पुलिस कार्मियों पर गिरी गाज 2 हो गए निलंबित!
शिकायत करने की आदत बनी बदनामी की वजह,*
पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज हो गए सस्पेड
Topstarnews.in
भोपाल,/
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसमें पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण एक युवक को बेवजह बदनामी झेलनी पड़ी। मामला तब प्रकाश में आया जब युवक को जारी किए गए चरित्र प्रमाण पत्र में उसके बारे में अनुचित टिप्पणी दर्ज कर दी गई।
*क्या है पूरा मामला....?*
बैतूल जिले के एक युवक ने अपने चरित्र प्रमाण पत्र के लिए पुलिस से आवेदन किया था, जो आमतौर पर नौकरी, पासपोर्ट या अन्य सरकारी कार्यों के लिए आवश्यक होता है। लेकिन जब उसे प्रमाण पत्र मिला तो उसमें कुछ ऐसा लिखा था जिसने उसे हैरान कर दिया। पुलिस द्वारा जारी किए गए दस्तावेज़ में लिखा गया था कि “आवेदक सीएम हेल्पलाइन में लगातार शिकायत करने का आदी है।
यह जानकारी जब युवक के हाथ लगी, तो उसने इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई। मामला जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े होने लगे। सोशल मीडिया पर मचा हड़कंप जैसे ही प्रमाण पत्र की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, लोगों में रोष फैल गया। नागरिकों ने सवाल किया कि क्या किसी व्यक्ति का अधिकार है कि वह अपनी समस्याओं के समाधान के लिए शिकायत कर सके या फिर यह किसी अपराध की श्रेणी में आता है? लोगों ने पुलिस की इस हरकत को अनुचित और अपमानजनक करार दिया।एसपी ने की त्वरित कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए बैतूल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और युवक को नया चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए। एसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करना किसी भी नागरिक का संवैधानिक अधिकार है और किसी भी सरकारी विभाग को इस आधार पर किसी व्यक्ति को बदनाम करने या प्रताड़ित करने का अधिकार नहीं है।
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