उदयपुर में मकान की नींव खोदते समय प्रकट हुए महादेव
गंजबासौदा
( हरीश भावसार)–
पुरातत्व नगरी उदयपुर में सावन के महीने में चमत्कार हुआ स्वयं महादेव शिवलिंग के रूप में खुदाई के दौरान जमीन के नीचे से मिले
बताया जा रहा है कि यह एक प्राचीन शिवलिंग है जो कि 16–17 बी शताब्दी का हो सकता है जिसकी ऊंचाई करीब 3 फिट बताई जा रही है। सूचना के बाद पुरातत्व विभाग , राजस्व विभाग के अनेक अधिकारी मौके पर पहुंचे प्राचीन मूर्ति को देख पुरातत्व अधिकारियों ने कहा कि यह मूर्ति 16 बी 17 बी शताब्दी की हो सकती है। जिस स्थान पर यह पूर्ति मिली है वहां पास में ही एक माता मंदिर भी है और एक मस्जिद भी है। जिस स्थान पर मूर्ति मिली है वहां खुदाई कर मकान बनाया जा रहा था जिसके लिए खुदाई हो रही थी लेकिन सावन के महीने में साक्षात् शिव जी जमीन में से प्रकट हुए हैं ऐसा नागरिकों का कहना है कुछ लोगों ने बताया कि जिस स्थान पर मकान का निर्माण किया जा रहा था वह भी शासकीय भूमि है अधिकारियों ने जांच के आदेश भी दिए है। नागरिकों की मांग है कि सावन के महीने में साक्षात् शिव जी प्रकट हुए हैं अब इनकी यहीं प्राण प्रतिष्ठा की जाए। सूत्रों की माने तो पुरातत्व विभाग मूर्ति को उदयपुर के ही पीसनहारी मंदिर के अस्थाई संग्रहालय में रखने की बात कह रहा है। उदयपुर में सावन के महीने में साक्षात् शिव जी प्रकट होने से खुशी की लहर है।
*यह है मामला–*
वैसे तो संपूर्ण उदयपुर क्षेत्र ही पुरातत्व की धरोहर है और आए दिन यहां खुदाई के दौरान मूर्ति निकलती रहती हैं विगत वर्ष भी एक अत्यंत प्राचीन और अद्भुत नंदी की प्रतिमा 12 खंभी के समीप जमीन के नीचे मिली थी। जिस स्थान पर यह 3 फिट का शिवलिंग मिला है वह कोठा का नाम से प्रसिद्ध है इस स्थान पर एक धर्म विशेष का व्यक्ति मकान बना रहा था और उसे भी यह जमीन एक धर्म विशेष के ही व्यक्ति ने बेची थी कुछ लोगों का कहना है कि यह शासकीय भूमि है अब इस मामले कुछ भी कह पाना संभव नहीं है क्योंकि यह जांच का विषय है कि जिस स्थान पर मूर्ति मिली है वह शासकीय जमीन है या नहीं है।
इनका कहना है
प्रथम दृष्टया यह आकृति एक शिवलिंग की तरह ही दिख रही है अभी वह पूरी तरह नहीं निकली है मूर्ति पूरी बाहर आने पर ही उसकी पूर्ण आकृति व लंबाई का पता लगेगा।
विजय राय
एसडीएम, गंजबासौदा
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