भोपाल ..
1200 एंबुलेंस के संचालन के लोकार्पण कार्यक्रम में 'एमपी 108 संजीवनी ऐप' को लोकार्पित तथा 108 संजीवनी एम्बुलेंस एवं जननी एक्सप्रेस के वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर गणमान्य साथियों के साथ रवाना किया। यह मात्र एंबुलेंस के लोकार्पण का कार्यक्रम नहीं है।
यह उन भाई बहनों जो बीमार हैं, उनकी ज़िंदगी बचाने का अभियान है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने कोरोना संकट पर जीत दर्ज की है। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को लगातार सुदृढ़ बनाया जा रहा है। आज लोकार्पित की जा रही एंबुलेंस को पूरे प्रदेश में भेजा जा रहा है। पहले एंबुलेंस सरकारी अस्पतालों से जुड़े थे, लेकिन अब आयुष्मान योजना के तहत 2 करोड़ 82 लाख नागरिकों के लिए भी यह सेवा उपलब्ध रहेगी।
सड़क हादसों में घायल को एंबुलेंस निशुल्क अस्पताल तक पहुंचाएगी, वहीं मरीज आवश्यकता अनुसार इन एंबुलेंस की सुविधा सामान्य किराए पर भी ले सकता है। मेरे भाइयों-बहनों, इलाज का महत्व हम सब समझते हैं और हमारा संकल्प है कि मध्यप्रदेश की धरती पर कोई गरीब, असमर्थ व्यक्ति बिना इलाज के न रहे।
लोगों की जिंदगी बचाने से बड़ा पुण्य का दूसरा कोई काम नहीं हो सकता है। गंभीर बीमारियों की जांच के लिए जिलों में दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे। जांच के बाद इलाज की भी पूरी व्यवस्था की जायेगी। प्रदेश के जिला चिकित्सालयों में 196 डायलिसिस मशीनों से नि:शुल्क डायलिसिस और डिजिटल एक्सरे की भी सुविधा प्रदान की जा रही है। हर 25 हजार की आबादी पर मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक खोला जायेगा। 2025 तक टीबी मुक्त मध्यप्रदेश बनाने का लक्ष्य है।
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