बैंक ऑफ बड़ौदा मै फिक्स डिपाजिट कराना एक बुजुर्ग को पड़ा महंगा 14 FDR का पैसा किया हुआ गायब
भोपाल,
अपनी पूरी जिंदगी की जमा रकम को सुरक्षित मान चल रहै बैंककर्मी गुप्ता जी बुजुर्ग है चलने फिरने में असमर्थ है रिटायर्ड बैंक से ही हुये है जब पैसे की जरूरत हुई तो पहुंचे बैंक तो जाने क्या हुआ ,जानकारी अनुसार
देना बैंक से 2001 में बीआरएस लेकर सेवानिवृत्त हुए भोपाल के श्री मुकुल कुमार गुप्ता के साथ उन्हीं का बैंक जो कि अब बैंक ऑफ बड़ौदा में मर्ज हो गया है उसी बैंक ऑफ बड़ौदा सिंधी मार्केट बेरसिया रोड भोपाल के शाखा प्रबंधक को जब पता चला की श्री गुप्ता की 14 फिक्स डिपॉजिट रोशन पुरा शाखा में की गई हैं तो उन्होंने बगैर श्री गुप्ता से पूछे उनकी उक्त फिक्स डिपाजिट सिंधी ब्रांच में ट्रांसफर करवा ली और श्री गुप्ता को एक पत्र लिखा जिसमे उक्त फिक्स डिपॉजिट को लीन करने की बात लिखी गयी साथ ही यह भी लिखा गया कि आपका लोन बाकी है जब आपकी फिक्स डिपाजिट मैच्योर होंगी तो उसका पेमेंट उसमें एडजेस्ट किया जाएगा जबकि श्री गुप्ता ने बताया कि उनका एफडीआर के अगेंस्ट में ऐसा कोई भी लोन बाकी नहीं है और उसकी समस्त ओरिजिनल एफडीआर उनके पास है अब बगैर किसी पूर्व सूचना के उक्त फिक्स डिपॉजिट को सिंधी मार्केट के प्रवंधक ने प्रीमेच्योर कर किसी अन्य लोन अकाउंट में डाल दिया गया जिसका श्री गुप्ता से कोई लेना-देना नहीं है श्री गुप्ता जो 76 वर्षीय बुजुर्ग है हाल ही में इनकी पत्नी का निधन हुआ वे मतलब उन्हे परेशान किया जा रहा है शाखा प्रबंधक श्री राजपूत को जब पूछा गया कि यह किस बात का पैसा आपने रिकवर किया है तो उनके अटपटे जवाब सामने आए कि आपका वर्ष 2008 का एफडीआर के अगेंस्ट लोन बाकी है जब उनको बताया गया कि ऐसा कोई लोन नहीं है तो उन्होंने बोला कि 2003 का लोन बाकि है परन्तु कौन सा लोन है उसकी कोई भी जानकारी बैंक प्रबंधक श्री राजपूत द्वारा उपलव्ध नही कराई गयी अब श्री गुप्ता के परिवार का कहना है की जब से उनकी फिक्स डिपॉजिट षडयंत्र पूर्वक बैंक द्वारा निकाली गई है जब से पिताजी का स्वास्थ्य खराब है और उनको मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है इस हेतु बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज की गई लेकिन वहां से बोला जा रहा है कि शाखा प्रबंधक से संपर्क करें और शाखा प्रबंधक जानकारी नही दे रहे क्या ऐसे बैंको पर कार्यवाही होगी या फिर...
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