पुणे से पानीपत गौरव यात्रा का नगर में भव्य स्वागत*
*हम अपने इतिहास की भूलों को सुधारें: महंत
गंजबासौदा/विदिशा
14 जनवरी 1761 को पानीपत में हुए महासंग्राम की स्मृति में पुणे से पानीपत राष्ट्र गौरव यात्रा गंजबासौदा पहुंची जिसमें लगभग 80 महिला एवं पुरुष पेशवा पगड़ी पहने हुए,हाथों में भगवा ध्वज लेकर मोटरसाइकिल पर सवार होकर शामिल थे। मां कर्मा देवी चौराहे पर यात्रा की भव्य अगवानी की गई यात्रा मुख्य मार्गो से होते हुए रघुवर गार्डन पहुंची। रास्ते में दर्जनों स्थानों पर विश्व हिंदू परिषद,हिंदू जागरण मंच,महिला मोर्चा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद,भारतीय जनता युवा मोर्चा,भाजपा,अभिभाषक संघ सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। यात्रा में सबसे आगे रथ पर सवार शिवाजी की भव्य प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी।कार्यक्रम स्थल पर मुख्य वक्ता संदीप महंत ने कहा कि हमने दो हजार वर्षों तक अपनी आपसी फूट की वजह से गुलामी झेली वर्तमान में भी हम जाति पाति मत पंथ संप्रदाय के चक्कर में फंसे हुए हैं और मूल समस्या एवं शत्रुओं पर किसी का ध्यान नहीं है। हम अपने इतिहास की भूलों को सुधारें वीरों की शौर्य गाथा को याद करें कि 261 वर्ष पूर्व पानीपत के मैदान में मराठों ने अदम्य साहस का परिचय दिया था उसके परिणाम स्वरूप अब्दाली जीत कर भी ना तो दिल्ली पा सका ना किसी को दिल्ली का बादशाह बना पाया। यात्रा के विभाग संयोजक त्रिवेश लोधी ने क्षेत्र की ऐतिहासिकता, सेवा भावना और संगठन व्यवस्था पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर नगर संघचालक राजेंद्र चौरसिया विहिप केंद्रीय सहमंत्री राजेश तिवारी सहित नगर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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