छात्र संख्या कम, बाले स्कूल होंगे मर्ज — शिक्षकों को मिलेगी नई पदस्थापना
विदिशा,
ग्यारसपुर। शिक्षा विभाग द्वारा 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले ऐसे शालाओं का विलय किया जा रहा है जहां छात्रों की संख्या 10 या उससे कम है। इन विद्यालयों को अब निकटतम सांदीपनी विद्यालय में मिलाया जाएगा। इस निर्णय का उद्देश्य संसाधनों का समुचित उपयोग और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना है। अभी फिलहाल विभाग द्वारा इन स्कूलों को मर्ज किया जाएगा जिनमें प्रमुख
फुर्तला प्राथमिक शाला में वर्तमान में सात बच्चे दर्ज हैं, जिन्हें दो शिक्षक पढ़ा रहे हैं। वहीं कवटो में दो शिक्षक 11 बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। चकमनोरा स्कूल में एक शिक्षक छह बच्चों को पढ़ा रहे हैं जबकि नोलाई में एक शिक्षक आठ बच्चों को पढ़ा रहे हैं। पीपलखेड़ी में दो शिक्षक 10 बच्चों को पढ़ा रहे हैं और ईशराबर में भी 10 बच्चों पर दो शिक्षक तैनात हैं। वहीं सबसे कम छात्र संख्या चकसुमेरपुर की शाला में दर्ज है, जहां दो शिक्षक केवल तीन बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
बीआरसी ज्ञान सिंह अहिरवार ने जानकारी देते हुए बताया कि इन स्कूलों के शिक्षकों को उन विद्यालयों में समायोजित किया जाएगा जहां छात्र संख्या अधिक है और शिक्षक अपेक्षाकृत कम हैं। इससे जहां एक ओर शिक्षकों की कार्यक्षमता बढ़ेगी वहीं छात्रों को भी लाभ होगा। विभागीय निर्णय के अनुसार यह प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाएगी।
शिक्षा विभाग का यह कदम ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
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