डाक्टर अपना अस्पताल समझें जिला अस्पताल को और मरीजों को समय पर इलाज मुहैया कराएं
विदिशा। कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने कल श्रीमंत माधव राव सिंधिया शासकीय जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न वार्डों में भ्रमण कर जायजा लिया, वहीं भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से संवाद कर मुहैया कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की क्रास माॅनिटरिंग की है।
कलेक्टर श्री सिंह ने जिला चिकित्सालय के भ्रमण उपरांत सभी चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला चिकित्सालय को अपना अस्पताल समझें। स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी, कर्मचारी टीमवर्क की भावना से काम करें। खासकर चिकित्सक मरीजों को इलाज हेतु भटकने ना दें। सम्पूर्ण जिला चिकित्सालय में साफ सफाई बेहतर हो, वार्डो व परिसर के अन्दर आने वालों को कहीं यह अहसास ना हो और ना ही परलिक्षित हो कि गंदगी इधर-उधर है। उन्होंने सभी पलंगो पर स्वच्छ चादर की आपूर्ति, मरीजो को प्रदाय किए जाने वाले भोजन, दवा वितरण सहित अन्य बुनियादी आवश्यकताओं के संबंध में जानकारियां प्राप्त कर दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि मरीजों को समय पर परीक्षण, दवाओं की पूर्ति हो इसके लिए सिविल सर्जन अपने स्तर पर विशेष क्रास मानिटरिंग करे। उन्होंने कहा कि औषधि भण्डारित दवाओं की एक्सपायरी डेट का विशेष ध्यान रखा जाए यदि कोई दवा की एक्सपायरी डेट निकल गई है तो उसे विधिवत रूप से पृथक रखा जाए और नियमानुसार उसका डिस्पोजल किया जाए।
कलेक्टर सिंह ने सभी चिकित्सकों को ताकीद करते हुए कहा कि समय पर ओपीडी कक्ष में मौजूद रहें ताकि मरीजों को इलाज हेतु इंतजार ना करना पड़े। इसी प्रकार आकस्मिक इलाज के प्रबंधन दौरान तमाम जानकारियां स्पष्ट अंकित हो इसके लिए उन्होंने नियत स्थलों पर साइन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। मेडिकल बोर्ड की बैठक ना होने पर उन्होंने असंतोष जाहिर करते हुए मनोवैज्ञानिक चिकित्सक की उपस्थिति होने के बावजूद दिव्यांगो के स्वास्थ्य परीक्षण व मेडिकल बोर्ड परीक्षण के कार्य संपादित नहीं होने के कारण लटेरी के कृष्ण मोहन शर्मा ने अपनी बच्ची के इलाज हेतु हो रही विलम्बता की शिकायत दर्ज कराई इसी प्रकार श्रीमती शीला बाई ने भी अपने बच्चे की परेशानियों से अवगत कराया। कलेक्टर स्वंय आकस्मिक चिकित्सा कक्ष में पहुंचे और यहां मौजूद डाक्टर राजपूत से संवाद किया और मरीजो के प्रति मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए इलाज करने और मेडिकल बोर्ड के दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में भ्रमण के दौरान मातृ स्वास्थ्य, लेबर रूम, एएनसी, पीएनसी, पीपीओटी, जननी सुरक्षा योजना, प्रसूति सहायता योजना, शिशु स्वास्थ्य के अंतर्गत एसएनसीयू, एनआरसी, पीआईसीयू के अलावा जिन वार्डो में भ्रमण कर जायजा लिया है उनमें मेडिकल वार्ड, सर्जिकल वार्ड, बच्चा वार्ड, ट्रामा एवं केजुअल्टी वार्ड, सेन्ट्रल पैथालाॅजी, डिजिटल एक्सरे एवं डेन्टल सोनोग्राफी, आयुष्मान निरामय उपचार योजना से लाभान्वित मरीजों से संवाद किया है।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय की क्लीनिक परामर्श, आरबीएसके, संजीवनी क्लीनिक, डायलेसिस सेन्टर, सीटी स्कैन कक्ष का भ्रमण कर जानकारियां प्राप्त की है। समीक्षात्मक बैठक के दौरान जिला चिकित्सालय में मानव संसाधन की स्वीकृत, कार्यरत एवं रिक्त पदो की जानकारियां से सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ शिरिष रघुवंशी ने अवगत कराया। इसके अलावा जिला चिकित्सालय के लिए आवश्यकताओं की पूर्ति के संबंध में किए गए पत्राचारो से अवगत कराया है। कलेक्टर श्री सिंह के भ्रमण दौरान संबंधित वार्डो के प्रभारी सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।
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