दान होकर अमर हो गए राजेंद्र मोदी सर
विदिशा/
तलैया मोहल्ला विदिशा में रहने बाले 88 बर्ष के राजेंद्र कुमार मोदी का बीती शाम में निधन हो गया जिनके मृत शरीर का दान स्थानीय अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज में किया गया .
देहदान और नेत्रदान की जागृति के लिए अंतिम सेवक विकास द्वारा चलाये जा रहे मिशन से जुड़कर राजेंद्र मोदी ने सन 2020 में मृत्यु उपरांत देहदान का संकल्प पत्र भरा था जिसमें जिक्र था कि मेरी मृत्यु के उपरांत पार्थिव शरीर को किसी भी मेडिकल कॉलेज में दान कर दिया जावे तो उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए अंतिम सेवक विकास पचौरी के सहयोग से परिवार जनों ने राजेंद्र मोदी के पार्थिव शरीर को अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज में दान कर दिया अब यह पार्थिव शरीर मेडिकल कॉलेज के छात्रों को शोध के लिए काम आवेगा.
अशोक नगर जिले के मुगावली में सन जन्मे 88 वर्षीय राजेंद्र मोदी ने ग्वालियर से एम. ए. तक शिक्षा प्राप्त की और डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों अनुकूल न होने के कारण उन्होंने इस पद को ज्वाइन ना करते हुए विदिशा के माधवगंज स्थित जैन मिडिल स्कूल में प्रधान अध्यापक के पद पर अपनी सेवाएं देना शुरू की और जीवनभर बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रयासरत राजेंद्र मोदी ने अपने रिटायरमेंट के बाद भी बच्चों की उच्च शिक्षा का ख्याल रखते हुए मरणोपरांत देहदान का संकल्प पत्र भरा और आज इस दुनिया से जाने के बाद भी वह मेडिकल साइंस के बच्चों की शिक्षा के लिए अपने पार्थिव शरीर को समर्पित कर गए.
मेडिकल कॉलेज विदिशा में राजेंद्र जैन के देहदान के समय उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देकर इनकी मोक्ष की कामना करने शोक सभा हुई जिसमें एनाटॉमी विभाग के स्टॉफ के अलाबा उनके पुत्र राजेंद्र मोदी, मनोज मोदी सहित परिवार जन एवं अनेक व्यक्ति मौजूद थे.
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